lifestyle

Raksha Bandhan Tips: क्या बांध सकते है रात को राखी, जानिए नियम

Raksha Bandhan Tips: भारत में त्योहारों का बहुत महत्व है. सावन का महीना के आते ही त्योहारों का बोलबाला शुरू हो जाता है.

ऐसे में राखी का त्यौहार भी बेहद करीब है. आपकी जानकरी के लिए बता दें कि राखी के त्यौहार के भी कुछ नियम है. जो की बहुत से लोगों को नहीं पता होता।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रक्षाबंधन वाले दिन बहन भाई सुबह जल्दी उठकर स्नान करना और कुछ और काम करना चाहिए।

साथ ही बहुत से लोगों के मन में बहुत से सवाल होते है. साथ ही प्रत्येक त्यौहार का अपना अलग महत्व है। सनातन धर्म में हर साल कई त्योहार मनाए जाते हैं, जो अलग-अलग महीनों और तिथियों (Raksha Bandhan Tips) में मनाए जाते हैं।

जब आप इन त्योहारों को शुभ समय पर मनाते हैं, तो वे आपके जीवन पर अच्छा प्रभाव डालते हैं। अब सावन का महीना खत्म हो गया है। इस महीने रक्षाबंधन भी होगा।

हिंदू पंचांग में हर बार रक्षाबंधन को शुभ मुहूर्त बताया जाता है। रक्षाबंधन इस बार भद्रा के कारण दो दिन मनाया जा रहा है। अगस्त 30 और 31 को राखी बांधी जाएगी।

हम भोपाल में रहने वाले ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से पूछेंगे कि राखी को रात में बांधना चाहिए या नहीं, और इसके बारे में क्या मान्यताएं हैं।
क्या रात में राखी (Raksha Bandhan Tips) बांध सकते हैं?
रक्षाबंधन एक त्योहार है जिसमें बहन अपने भाई की रक्षा करने का वादा करती है और उसकी दाएं हाथ की कलाई पर राखी बांधती है।

वहीं, भाई अपनी बहन को बचाने का वादा करता है, राखी बंधवाकर कुछ उपहार देते हुए। हिंदू पंचांग में सर्वश्रेष्ठ मुहूर्त को मानकर राखी बांधी जाती है।

फिर चाहे मुहूर्त रात का हो या सुबह का। शुभ समय पर राखी बांधना फायदेमंद होता है। ज्योतिषियों का कहना है कि भद्राकाल में राखी बांधना गैरकानूनी है। इस साल राखी बांधने का शुभ दिन है, इसलिए राखी रात में भी बांधी जा सकती है।

हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व 30 और 31 अगस्त, दो दिनों में मनाया जाएगा। 30 अगस्त को सुबह भद्रा काल की वजह से राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रात में 9:02 बजे से अगले दिन यानी 31 अगस्त 2023 को सुबह 7:05 बजे तक रहेगा।

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रक्षाबंधन वाले दिन बहन भाई सुबह जल्दी उठकर स्नान करना और कुछ और काम करना चाहिए।
अब, दोनों स्वच्छ कपड़े पहनकर, भाई पूर्व या उत्तर दिशा की तरफ मुख कर कर बैठ जाएं। याद रखें कि भाई की पीठ पश्चिम या दक्षिण में होनी चाहिए।
तुम्हारे भाई को कभी भी खुले हाथ में राखी नहीं बंधवाना चाहिए।
दक्षिणा या चावल हाथ में लेकर मुट्ठी बांधकर बहन से राखी बंधवाएं।
बहन ने पहले अपने भाई और खुद का सिर ढंके।
इसके बाद भाई के माथे पर अक्षत और कुमकुम का तिलक लगाएं।
भाई को सीधे हाथ में नारियल देकर राखी बांधें। इस राखी में तीन गठान लगाना बहुत शुभ है।
उसकी आरती उतारकर भाई का मुंह मीठा करो।
बाद में, भाई अपनी बहन को कुछ उपहार देते हुए उनकी रक्षा करने का वादा करते हुए उनके पैर छुए।
ध्यान रहे कि अपने भाई को कभी भी काले रंग की राखी नहीं बांधना चाहिए।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button