PAN Card: आपकी व्यक्तिगत जानकारी पेन कार्ड के नीचे की ओर १० डिजिट में छुपी हुई है। लेकिन बहुत से लोग इसका पता नहीं है। अब आइए जानते हैं कि पैन कार्ड में लिखे दस नंबरों का मतलब क्या है और पैन कार्ड से किस तरह की जानकारी मिल सकती है।
किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक PAN कार्ड है। पैन कार्ड हर जगह उपयोगी हैं, चाहे वह नौकरी हो, बैंक हो या स्कूल हो। आपका परमानेंट अकाउंट नंबर भी इसका नाम है। Pay Card Income Tax Department द्वारा जारी किया गया एकमात्र अल्फान्यूमेरिक नंबर है जो 10 अंकों का होता है। पैन, आमतौर पर पैन कार्ड कहा जाता है, एक लेमिनेटेड प्लास्टिक कार्ड है। नीचे की ओर पेन में दस डिजिट हैं, जिनमें आपकी जानकारी छिपी हुई है। लेकिन बहुत से लोग इसका पता नहीं है। आप पैन कार्ड पर लिखे दस नंबरों का मतलब क्या है और इससे किस तरह की जानकारी मिल सकती है?
किसी व्यक्ति को दो बार पैन (PAN Card) नहीं बनाया जा सकता क्योंकि परमानेंट अकाउंट नंबर है। दरअसल, पैन कार्ड पर छपने वाला नंबर सिर्फ एक हो सकता है और उसे बदल नहीं सकता। असल में, आयकर विभाग पैन कार्ड जारी करने के लिए एक विशिष्ट प्रक्रिया अपनाता है।
जिसके तहत आपको दस अंक का नंबर मिलेगा। 10 डिजिट के पैन में अल्फाबेट और संख्या का मिश्रण है। पेन कार्ड के पहले पांच कैरेक्टर हमेशा अल्फाबेट हैं। वहीं अगले चार कैरेक्टर संख्या और अंत में एक अल्फाबेट। इसलिए, यह स्पष्ट नहीं है कि इन दस संख्या में वास्तव में क्या छिपा है।
किसी भी व्यक्ति के लिए सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेजों में से एक PAN कार्ड है। पैन कार्ड हर जगह उपयोगी हैं, चाहे वह नौकरी हो, बैंक हो या स्कूल हो। आपका परमानेंट अकाउंट नंबर भी इसका नाम है। Pay Card Income Tax Department द्वारा जारी किया गया एकमात्र अल्फान्यूमेरिक नंबर है जो 10 अंकों का होता है।
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पैन, आमतौर पर पैन कार्ड कहा जाता है, एक लेमिनेटेड प्लास्टिक कार्ड है। नीचे की ओर पेन में दस डिजिट हैं, जिनमें आपकी जानकारी छिपी हुई है। लेकिन बहुत से लोग इसका पता नहीं है। आप पैन कार्ड पर लिखे दस नंबरों का मतलब क्या है और इससे किस तरह की जानकारी मिल सकती है?
अब किसी भी व्यक्ति को दो बार पैन नहीं बनाया जा सकता, क्योंकि रिज़र्व बैंक ने बैंक ग्राहकों को एक बड़ा राहत परमानेंट अकाउंट नंबर दिया है. इससे पेमेंट लेट होने पर कोई परेशानी नहीं होगी। दरअसल, पैन कार्ड पर छपने वाला नंबर सिर्फ एक हो सकता है और उसे बदल नहीं सकता। असल में, आयकर विभाग पैन कार्ड जारी करने के लिए एक विशिष्ट प्रक्रिया अपनाता है। जिसके तहत आपको दस अंक का नंबर मिलेगा। 10 डिजिट के पैन में अल्फाबेट और संख्या का मिश्रण है। पेन कार्ड के पहले पांच कैरेक्टर हमेशा अल्फाबेट हैं। वहीं अगले चार कैरेक्टर संख्या और अंत में एक अल्फाबेट। इसलिए, यह स्पष्ट नहीं है कि इन दस संख्या में वास्तव में क्या छिपा है।
पैन पर १० कैरेक् टर लिखने का क्या अर्थ है?
ध्यान से देखने पर आपको पता होगा कि पैन कार्ड के पहले तीन कैरेक्टर अल्फाबेटिकल श्रृंखला में होते हैं। टैक्स डिपार्टमेंट की आपकी दृष्टि क्या है, यह आपके पेन कार्ड का चौथा अल्फाबेट बताता है। आपके पैन कार्ड का चौथा अल्फाबेट P होगा अगर आप इंडिविजुअल हैं। अब बताओ पैन कार्ड के किस कैरेक्टर का मतलब है।
पहले तीन कैरेक्टर पैन पर—
पैन पर पहले तीन कैरेक्टर अल्फाबेटिक श्रृंखला के रूप में दिए गए हैं, जो AAA से ZZZ तक हो सकते हैं।
पैन पर चौथा कैरेक् टर बहुत महत्वपूर्ण है…।
P- एकल व्यक्ति F- फर्म C- कंपनी A- AOP (पर्सन एसोसिएशन) T- ट्रस्ट H- HUF (हिन्दू अनडिवाइडेड फैमिली) B- BOI (बॉडी ऑफ इंडिविजुअल) L- लोकल J- आर्टिफिशियल जुडिशियल पर्सन G- सरकार
पांचवां कैरेक्टर पैन में—
पैन कार्ड नंबर का पांचवां कैरेक्टर अल् फाबेट है। यह डिजिट पैन कार्डधारक के सरनेम का पहला अक्षर है। पैन कार्ड धारक सब कुछ है। गौरतलब है कि इसमें केवल धारक का अंतिम नाम देखा जाता है।
अंतिम चार कैरेक्टर: इसके बाद पैन कार्ड में चार संख्या हैं। ये संख्या 0001 से 9999 तक हो सकती है। वर्तमान में इनकम टैक्स डिपार्टमेंट में चल रही श्रृंखला के ये नंबर आपके पैन कार्ड पर हैं।
आखिरी नंबर: पैन का आखिरी डिजिट एक अल्फाबेट चेक डिजिट होता है, जो कोई भी लेटर हो सकता है।