Axis Bank: बैंकों में चोरी या नकली हस्ताक्षर कर पैसे निकालने की खबरें आम हैं। लेकिन ऐसा कम ही सुनने को मिलता है कि ग्राहकों की संपत्ति केवल बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों के पास है। गुजरात के वरावल शहर, गिर सोमनाथ में कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है।
Indian Express ने बताया कि एक्सिस बैंक की ब्रांच के एक सेल्स मैनेजर और दो अन्य कर्मचारियों पर मामला दर्ज किया गया है। शाखा प्रबंधक की शिकायत पर पुलिस ने यह मामला दर्ज किया है। इसमें ब्रांच मैनेजर ने तीन व्यक्तियों पर दो किलो सोने की हेराफेरी का आरोप लगाया है। सोना लगभग दो करोड़ रुपये का है।
सोना लगभग दो करोड़ रुपये का है। यह लोन था, जिसे एक ग्राहक ने लोन के बदले बैंक में जमानत या कोलेटरल के तौर पर रखा था।
सोने की जगह लोन था-
सरमन सोलंकी की शिकायत पर वरावल पुलिस ने मनसिंह गधिया, विपुल राठौर और पिंकी खेमचंदानी पर विभिन्न धाराओं में मामले दर्ज किए हैं। इसमें धोखाधड़ी, फर्जीवाड़ा और आपराधिक साजिश के मुद्दे शामिल हैं। एफआईआर में बताया गया है कि गधिया, राठौर और खेमचंदानी ने 2.746 किलो सोना हेरफेर किया है। सोना बैंक में एक ग्राहक ने इसे जमा किया।
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बैंक कर्मचारियों पर आरोप-प्रत्यारोप
पुलिस का कहना है कि एक्सिस बैंक के सेल्स मैनेजर गधिया केवल बैंक के गोल्ड लोन डिपार्टमेंट में कार्यरत हैं।
दो और कर्मचारियों के साथ मिलकर उन्होंने इस धोखाधड़ी को अंजाम दिया। तीनों ने सोना छह अलग-अलग पाउचेज से निकालकर उसकी जगह एक समान मेटल की वस्तु रख दी। असली सोने के पाउचेज पर लिखे विवरणों में भी हेराफेरी की।
सरप्राइज चैक के दौरान इस मामले का खुलासा हुआ। 29 सितंबर को बैंक के राष्ट्रीय गोल्ड ऑपरेशन्स विभाग के मैनेजर ने इसकी जांच की। पुलिस ने कहा कि 49 पाउचेज के निरीक्षण में ये छह पाउचेज मिले, जबकि दस और पाउचेज को टेंपर किया गया है।