Delhi MCD: दिल्ली नगर निगम ने राजधानी के प्रसिद्ध कश्मीरी गेट क्षेत्र के विभिन्न बाजारों के व्यापारियों से संपत्ति टैक्स वसूलने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है।
MCD ने एक बड़ा कदम उठाते हुए हजारों नोटिस जारी किए हैं। नोटिस बाजार और दुकानों में चिपकाया गया है। व्यापारियों में एमसीडी (MCD) के इस कदम से भय है। अब वे एमसीडी की अगली कार्रवाई का अनुमान लगाकर भयभीत हैं।
व्यापारियों ने बताया कि एमसीडी ने तीन हजार से अधिक नोटिस जारी किए हैं जिनमें उनसे तीन वर्ष से दस वर्ष तक का संपत्ति टैक्स मांगा जा रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि उनके लिए कारोबार करना भी मुश्किल हो जाएगा अगर पुराने टैक्स को भारी जुर्माने के साथ वसूला जाएगा। व्यापारियों का कहना है कि कई दुकानों पर लगाए गए टैक्स और जुर्माने की रकम, दुकान की कीमत से लगभग समान है या थोड़ा अधिक कम है।
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पक्ष रखने के लिए 10 दिन का समय मिला
उधर, एमसीडी ने नोटिस को लेकर व्यापारियों को कुछ समय भी दिया है कि वे अपनी राय व्यक्त करें। एमसीडी ने जारी की गई सूचना को लेकर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करने के लिए व्यापारियों को दस दिनों का समय दिया है। इस मोहलत को व्यापारी कम बता रहे हैं।
छोटी दुकानों पर भी भारी जुर्माना लगाया गया—APMA
व्यापारियों का कहना है कि उनके लिए कारोबार करना (Delhi MCD) भी मुश्किल हो जाएगा अगर पुराने टैक्स को भारी जुर्माने के साथ वसूला जाएगा। व्यापारियों का कहना है
ऑटोमोटिव पार्ट्स मर्चेंट एसोसिएशन (APMA) ने इस मामले पर प्रतिक्रिया दी है। यह भी कहता है कि एमसीडी ने व्यापारियों को बहुत कम दिनों की मोहलत दी है।
APMA के अध्यक्ष विनय नारंग ने बताया कि गुरुनानक बाजार, पीएस जैन मोटर बाजार, बड़ा बाजार और चाबीगंज सहित कश्मीरी गेट के अंदर आने वाले सभी बाजारों को संयुक्त नोटिस भेजे गए हैं। छोटी-छोटी दुकानों पर भारी टैक्स लगाया गया है। जिससे व्यापारियों को कमजोर महसूस होता है।