Businessman: रेमंड और सिंघानिया परिवार चर्चा में हैं क्योंकि रेमंड के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर गौतम सिंघानिया ने अपनी पत्नी नवाज मोदी सिंघानिया से अलग होने का ऐलान किया है।
नवाज ने अपनी दो बेटियों और खुद के लिए 11,660 करोड़ रुपये की संपत्ति में से 75% का हिस्सा मांगा है। अब रेमंड के पूर्व चेयरमैन और गौतम सिंघानिया के पिता विजयपत सिंघानिया भी इस बहस में शामिल हो गया है।
विजयपत ने कहा कि इस बहस में वे बेटे की जगह बहू नवाज के साथ हैं। रेमंड के कभी सर्वेसर्वा रहे विजयपत वर्तमान में बहुत मुश्किल भरी जिंदगी जी रहे हैं। उन्हें उनके बेटे गौतम ने अपने घर से निकाल दिया है।
उन्हें उनके बेटे गौतम ने अपने घर से निकाल दिया है। आज वे किराए के घर में रह रहे हैं।
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वास्तव में, यह हैरान करने वाला है कि रेमंड, जिसने उसे घर-घर तक पहुंचाया, खुद को घर से बाहर रहना पड़ा। विजयपत सिंघानिया ने खुद स्वीकार किया कि उनके पास अब कुछ भी नहीं है। अब उनकी जिंदगी चलाना काफी कठिन हो गया है। यह भी नहीं है कि विजयपत ने इन दिनों बिजनेस में बड़े घाटे का सामना किया है। यद्यपि उनकी कंपनी रेमंड आज भी उच्च स्तर पर है, विजयपत के सितारे कमजोर हैं। जहाज उड़ाने वाले विजयपत अब कार तक नहीं है।
रेमंड को बुलंदियों पर लाया गया कैलाश सिंघानिया ने था। 1980 में विजयपत सिंघानिया ने रेमंड का नेतृत्व किया। विजय ने रेमंड को उच्च स्थान दिलाया। सिंघानिया ने 1986 में फैब्रिक के अलावा ब्रांड पार्क एवेन्यू भी शुरू किया। 1990 में रेमंड ने भारत के बाहर अपना पहला शोरूम खोला। रेमंड ने अपनी अगुवाई में कई कीर्तिमान बनाए। रेमंड और विजयपत दोनों ने भारतीय व्यापार जगत में अपनी प्रतिभा का बड़ा नाम रखा।
2015 में विजयपत सिंघानिया ने अपने सारे शेयर और कंपनी अपने बेटे गौतम सिंघानिया को सौंप दी, जिससे एक विवाद शुरू हुआ। विजयपत का कहना है कि यह उनके जीवन की सबसे बड़ी भूल थी, जो उन्हें इन दिनों का सामना कराती थी।
बाप-बेटे का रिश्ता गौतम के हाथ में आते ही बिगड़ने लगा। दोनों ने एक फ्लैट को लेकर इतना विवाद किया कि गौतम ने अपने पिता को घर से निकाल दिया। विजयपत का दावा है कि बेटे ने ड्राइवर की सुविधा और कार भी छीन ली। अब लोग जो पहले हवाई जहाज उड़ाते थे, पैदल चलने को मजबूर हैं। यही नहीं, नाम के साथ चेयरमैन-एमेरिटस लिखने तक का अधिकार उनसे छीन लिया गया।
“मैंने अपने बेटे गौतम सिंघानिया को सब कुछ दिया,” विजयपत ने बिजनेस टुडे को दिए एक साक्षात्कार में कहा। लेकिन उसने सब कुछ मुझसे छीन लिया। उसने मुझे कंपनी में कुछ भाग लेने का वादा किया था। लेकिन फिर मुकर गया।
लेकिन फिर मुकर गया। वह सड़क पर मुझे देखकर बहुत (Businessman) खुश होता। गौतम घमंडी है।उन् होंने कहा कि उन्होंने बेटे गौतम सिंघानिया को अपनी सारी संपत्ति देने में गंभीर गलती की। उस मिसटेक की वजह से हमारे सामने ये दिन हैं।