Business Idea Today: ईश्वर को इतना बुलंद करता है कि हर काम से पहले खुद बंदे से पूछे कि उसकी रजा क्या है..। झांसी की कहानी भी कुछ ऐसी है।
Business Idea today: आज वह जिस बुलंदी पर हैं , वहां पहुंचना आसान तो नहीं था, लेकिन वहां तक पहुंचना बहुत दिलचस्प है। आज मनु एक 60 करोड़ रुपये की कंपनी का मालिक हैं और हजारों बच्चों को कोडिंग सीखा रहे हैं।
रिपोर्ट: छोटे शहर से शुरू करने वाले शाश्वत सिंह ने गूगल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनी में काम किया। लेकिन समय के साथ, 35 कंपनियों ने उसे नौकरी देने से मना कर दिया क्योंकि वह हर क्षेत्र में अच्छा था। फिर उसने कुछ ऐसा किया कि दुनिया आज उसकी तारीफ करती है।
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Manu Agrawal झांसी के जालौन में रहते हैं। वे वहीं से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त कीं। बाद में उन्होंने बीसीए की डिग्री बुंदेलखंड विश्वविद्यालय से हासिल की। वह एमसीए करने के लिए झांसी से चले गए। उनको कोडिंग में महारत हासिल थी। उनमें से कई ने आवेदन किया।
उनकी नियुक्ति Google में हुई। यहां से माइक्रोसॉफ्ट चले गए।
वह माइक्रोसॉफ्ट में नौकरी पाने के लिए अमरीका गया। वहाँ उनका सालाना वेतन एक करोड़ से अधिक था। लेकिन इसके बाद मनु ने विभिन्न कंपनियों में काम करने की कोशिश की।
उनके पास 35 कंपनियां थीं। अमेजन जैसी बड़ी कंपनी भी इसमें शामिल थी। हर संस्था ने अस्वीकार कर दिया। यह साफ है कि आपका कोड कमजोर है।
Manu ने जो कोडिंग किया, उसे गूगल और माइक्रोसॉफ्ट ने काम दिया। आज उसी कोडिंग को नकारा जा रहा है। इतनी जगह से बाहर होने के बावजूद, मनु ने हिम्मत नहीं छोड़ी। अपने काम को जारी रखते हुए, उन्होंने सोचा कि भारत के सभी युवा कोडिंग सीख सकेंगे।
मनु ने अपने दोस्त के साथ मिलकर एक विद्यालय शुरू किया जिसका उद्देश्य युवा लोगों को ऑनलाइन कोडिंग सिखाना था। अब तक, ट्यूटरट एकेडमी ने हजारों विद्यार्थियों को कोडिंग सिखाया है।
मनु ने बताया कि उनके माता-पिता को थोड़ा झिझक लगा जब उन्होंने नौकरी छोड़कर अपनी खुद की कंपनी शुरू की।
मिडिल क्लास से आने की वजह से यह भी निराश था।
मनु का कहना है कि उन्होंने जीवन में कभी हार नहीं मानी और निराश नहीं होकर बैठे। आज वह अपने लक्ष्य को पूरा करने के लिए बहुत मेहनत की है। उनका लक्ष्य है कि कोडिंग में रुचि रखने वाले सभी विद्यार्थी भारत में इसे कर सकें। अब उनका लक्ष्य छात्रों को सस्ता कोडिंग सिखाना है। फिर भी, मनु ने अब 60 करोड़ रुपये खड़े कर दिए हैं।