Action On Bajaj Finance: भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बजाज फाइनेंस, जो देश की सबसे बड़ी गैर बैंकिंग फाइनेंस कंपनियों में से एक है, पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
उसके खिलाफ भी एक कठोर आदेश जारी किया गया है। इस आदेश में बजाज फाइनेंस को “eCOM” और “Insta EMI Card” से लोन देने पर तत्काल प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया है। क्या हैं ये सेवाएं और इस आदेश का आप पर असर क्या होगा?
भारतीय रिजर्व बैंक एक्ट की धारा-45(1)(b) के तहत अपने अधिकार का उपयोग करते हुए, केंद्रीय बैंक ने बजाज फाइनेंस को यह आदेश दिया है। बाज्ज फाइनेंस को आरबीआई की इस अनुमति को 15 नवंबर 2023 से ही लागू करने का आदेश दिया गया है।
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आखिर बजाज ने क्या गलत किया?
आरबीआई ने डिजिटल लोन नियमों को पूरा नहीं करने के कारण बजाज फाइनेंस पर ये प्रतिबंध लगाए हैं। सितंबर 2022 को आरबीआई ने डिजिटल लेंडिंग के नियम बनाए। इसमें फाइनेंस कंपनियों को निर्देश दिए गए थे कि वे एक महत्वपूर्ण सूचना रिपोर्ट जारी करें। फाइनेंस कंपनी ग्राहकों से ऐसे किसी भी शुल्क या लेट फीस वसूल नहीं सकती, जो इस रिपोर्ट में नहीं बताए जाएंगे। वहीं ग्राहकों को लोन देने से पहले इन नियमों को उसके साथ साझा करना आवश्यक है।
यह आप पर क्या प्रभाव डालेगा?
आरबीआई ने बजाज फाइनेंस की लोन सेवाओं, “ई-कॉम” और “इंस्टा ईएमआई कार्ड” को तुरंत बंद करने की मांग की है।
। ई-कॉमर्स वेबसाइटों और रिटेल चेन्स पर आसान किस्तों पर सामान खरीदने के लिए इन दोनों सेवाओं का उपयोग किया जाता है। ग्राहकों को इसमें उत्पाद खरीदते समय किसी भी खर्च के बिना EMI मिलता है। वहीं, लोगों को 60 महीने तक लोन चुकाने का टेन्योर और 2 लाख रुपए तक की अधिकतम सीमा मिलती है।
बजाज फाइनेंस इस सेवा को आरबीआई की समीक्षा तक शुरू नहीं कर पाएगा। देश भर में, बजाज इंस्टा ईएमआई कार्ड या ईएमआई कार्ड नेटवर्क में 4.2 करोड़ ग्राहक हैं।