Electricity Consumers: Power Corporation ने चौथी बार कॉस्ट डाटा बुक में कोई परिवर्तन नहीं किया है। विद्युत नियामक आयोग ने पावर कॉर्पोरेशन के प्रस्ताव को मंजूरी दी तो नई दरों में ३० से ३५ प्रतिशत की वृद्धि होगी। यानी पावर कॉर्पोरेशन बिजली दरों को बढ़ाना चाहता है।
सितंबर में पावर कॉर्पोरेशन ने विद्युत वितरण निगमों से नियामक आयोग की पेशकश की। आयोग ने व्यापक विरोध के बाद दरों को संशोधित कर प्रस्ताव देने का आदेश दिया था, लेकिन 11 अक्तूबर को भेजे गए संशोधित कॉस्ट डाटा बुक में कोई बदलाव नहीं था। इस प्रस्ताव को मंजूरी मिलने पर छोटे और बड़े उद्यमों की सुरक्षा राशि में पच्चीस से सौ प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हो सकती है।
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ऐसे में उद्योगों के लिए नए कनेक्शन की दरें 100 प्रतिशत से अधिक बढ़ सकती हैं। कनेक्शन धारक इसका सीधा भार उठाएगा।
महाराष्ट्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष और इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कोड रिव्यू पैनल के सदस्य अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि बिजली दरों को हर स्तर पर बढ़ाने का विरोध होगा। आयोग रिव्यू पैनल सब कमेटी की जल्द ही एक बैठक बुला लेगा, जिसमें वे अव्यवहारिक दरों का विरोध करेंगे।
ट्रांसफार्मर व्यवस्था में लाभ
हाल ही में प्रस्तुत किए गए संशोधित कॉस्ट डाटा बुक में ट्रांसफार्मर की प्रक्रिया में कुछ बदलाव किए गए हैं। 16KV 3 फेस और 10KV सिंगल फेस ट्रांसफार्मर से किसानों को फायदा मिलेगा। 25 केवीए का ट्रांसफार्मर उनके लिए अनिवार्य नहीं होगा।
16 केवीए ट्रांसफार्मर अब 12 किलो वाट के नए कनेक्शन और 12 हॉर्स पावर तक के नए निजी नलकूप पर काम करेगा।
Prepaid मीटर की दरें निर्धारित नहीं, उठ रहे प्रश्न
पावर कॉर्पोरेशन ने अभी भी स्मार्ट प्रीपेड मीटर की दरों को नई कॉस्ट डाटा बुक में दर्ज नहीं किया है। जबकि सभी विद्युत कंपनियों ने स्मार्ट प्रीपेड मीटर टेंडर किए हैं। नई और अंतिम दरें निर्धारित हो चुकी हैं। ऐसे में दरों को न प्रस्तावित करने पर संदेह है। उपभोक्ता परिषद सप्लाई कोड रिव्यू पैनल की बैठक में इस बढ़ोतरी का विरोध करेगी।
सिक्योरिटी की नवीनतम प्रस्तावित दरें
स्मॉल और मीडियम पावर की कीमत 1,350 रुपये प्रति किलोवाट बढ़कर 3000 रुपये प्रति किलोवाट हो गई है; गैर औद्योगिक लोड की कीमत 4,500 रुपये प्रति किलोवाट बढ़कर 6000 रुपये प्रति किलोवाट हो गई है; लार्ज और हैवी की कीमत 2,200 रुपये प्रति किलोवाट बढ़कर 5,000 रुपये प्रति किलोवाट हो गई है; 127 प्रतिशत चार्जिंग सबस्टेशन की कीमत 400 रुपये प्रति किलोवाट बढ़कर 3,000 रुपये प्रति किलोवाट