Farming: आज हर बिजनेस मुनाफा देखता है। मानवता का सबसे पुराना व्यवसाय कृषि है। किसानों के लिए ये कुछ समय तक पेट भरने का एकमात्र उपाय था, लेकिन आज वे अपनी बुद्धिमत्ता से सफल हो गए हैं।
अब फसल उगाने (Farming) के तरीके बदल गए हैं और तकनीक भी बदल गई है। दूसरे किसानों से प्रेरणा लेकर एक किसान खेती में नए मुकाम हासिल कर रहा है।
ताज्जुब की बात यह है कि एक एकड़ जमीन से किसान कभी अपने व्यक्तिगत खर्चे ही भर पाते थे, लेकिन अगर आप चाहें तो एक एकड़ खेत से एक लाख रुपये महीने की आमदनी ले सकते हैं।
इसके लिए आपको या तो अधिक मुनाफा देने वाली फसलें लगानी होंगी या इन पांच कामों को एक साथ करना होगा। इनके लिए भी सरकार किसानों को पैसे देती है और ट्रेनिंग देती है।
पेड़ लगाना-
ताकि जंगली जानवरों से फसल को नुकसान नहीं हो, एक एकड़ जमीन से मुनाफा कमाने के लिए खेत की बाडबंदी करना भी आवश्यक है। इसके लिए बाउंड्री में पेड़ लगाएं।
आप चाहें तो शीशम, सांगवान, महानीम, चन्दन, महोगनी, पोपलर और खजूर के पेड़ लगा सकते हैं, जो कुछ सालों बाद लकड़ी देंगे. आप चाहें तो मिट्टी और तापमान के अनुरूप फलदार पेड़ भी लगा सकते हैं, जो फलों का उत्पादन देंगे।
पशुपालन-
पेड़ लगाकर खेत की बाडबंदी करने के बाद सबसे पहले पशुओं (गाय या भैंस) की देखभाल करें। ये पशु दूध उत्पादन देकर आपकी आय को बढ़ाएंगे ही, खेत के लिए उनके गोबर से खाद भी मिलेगा।
फिर आप चाहें तो खेत के किनारे चारा भी उगा सकते हैं। कई पशु एक दिन में 80 लीटर तक दूध देते हैं, जिसे बेचकर महीने भर में हजारों रुपये मिलते हैं।
DA Hike Update: डीए बढ़ाने को लेकर बड़ी खबर,सरकार ने किया ऐलान
मौसमी सब्जियां उगाने का तरीका:
एक एकड़ क्षेत्र में मौसमी सब्जियों की मिश्रित खेती भी कर सकते हैं। आप चाहें तो बैंगन, आलू, टमाटर, मिर्च, धनिया, अदरक और फूलगोभी, पत्तागोभी, पालक, मेथी और बथुआ जैसी पत्तेदार सब्जियां भी उगा सकते हैं।
ये सब्जियां हाथों-हाथ बिकती हैं। इन सब्जियों को एक बार बोने के बाद बार-बार हार्वेस्टिंग कर सकते हैं। आधा एकड़ क्षेत्र में पॉलीहाउस लगाकर ये सब्जियां उगा सकते हैं अगर आप चाहें।
दाल, तिलहन, अनाज-
भारत में हर सीजन में अनाज, दाल और तिलहन की खेती की जाती है। रबी सीजन में गेहूं, सरसों और चावल की खेती होती है, जबकि खरीफ सीजन में दाल, मक्का-बाजरा और चावल की खेती होती है।
दलहन, तिलहन या अनाज, हर सीजन में एक फसल उगाकर भी अच्छा उत्पादन और हर चार से पांच महीने में बंधी-बंधाई आमदनी ले सकते हैं. यह फसल चक्र के हिसाब से होता है।
सोलर पैनल स्थापित करें-
सौर ऊर्जा का उपयोग बढ़ा है। किसानों को सोलर पैनल लगाने के लिए कई राज्य सरकारें धन दे रही हैं।इससे किसानों को बिजली और सिंचाई की लागत कम हो सकती है। सौर ऊर्जा से बिजली बनाकर उसे बाजार में बेच सकते हैं।
इससे हर महीने किसानों को अधिक पैसा मिलेगा। विभिन्न अध्ययनों ने दिखाया कि सोलर पैनल के नीचे खाली पड़ी जगह पर सब्जियां आसानी से कम लागत में उगाई जा सकती हैं।