पहले की IIT, 3 बार मेन्स के बाद 2 बार इंटरव्यू क्लियर करके IAS, जानें

IAS: UPSC सफलता की कहानी: हम आज आपको एक उत्कृष्ट आईएएस अफसर के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी क्षमता से यूपीएससी जैसे कठिन परीक्षा भी आसान लगती है।
इन्होंने यूपीएससी मेन्स को 3-3 बार और दो बार इंटरव्यू (IAS) को क्लियर किया है। उन्होंने मीडिया इंटरव्यूज में भी अपनी सफलता का राज बताया है। पूरी कहानी पढ़ें—
2020 बैच के आईएएस अधिकारी जयंत नहाटा। उनका जन्म कोलकाता में हुआ था, लेकिन उनका परिवार दो साल की उम्र में दिल्ली चला गया। यहीं वह बड़ा हुआ। वह पढ़ाई में बहुत होशियार थे, इसलिए बारहवीं के बाद उन्होंने जेईई मेन्स की परीक्षा जीती और आईआईटी में दाखिला लिया।
उन्होंने आईआईटी दिल्ली से बीटेक (बॉयोकेमिकल इंजीनियरिंग एंड बॉयोटेक) किया। बाद में उन्होंने इसी क्षेत्र में एमटेक की डिग्री आईआईटी दिल्ली से हासिल की। जयंत ने एक इंटरव्यू में बताया कि उन्होंने चौथे वर्ष से ही आईआईटी में सिविल सर्विसेज की तैयारी शुरू कर दी थी।
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अपने गुरुओं से उन्हें सिविल सेवा में जाने की प्रेरणा मिली। उन्हें लगता था कि सिविल सेवा ही समाज को बदल सकती है। 2018 में, उन्होंने प्रीलिम्स और मेन्स क्लियर करके सिविल सर्विसेज में अपनी काबिलियत का प्रदर्शन किया। लेकिन वे इंटरव्यू के दौरान चूक गए।
फिर उन्होंने अपनी गलतियों से सबक लिया और 2019 में फिर से प्रयास किया, इस बार उनका प्रयास कामयाब हुआ।
साथ ही, उन्होंने 298वीं रैंक के साथ परीक्षा पूरी की और भारतीय सिविल अकाउंट्स सर्विस में प्रवेश किया। उन्होंने फिर से परीक्षा दी, क्योंकि उनका लक्ष्य आईएएस बनना था।
जैसा कि कहा जाता है कि कोशिश करने वालों की हार नहीं होती, उन्होंने भी अपनी मेहनत और कोशिश का सफल परिणाम प्राप्त किया और तीसरी बार में 56वीं रैंक हासिल कर अपनी मनपसंद आईएएस पद हासिल किया। फिलहाल वह ऑफिसर ट्रेनी हैं।
जयंत ने इंटरव्यूज में अपनी सफलता का रहस्य बताते हुए कहा कि उन्होंने सफल उम्मीदवारों के विचारों से बहुत कुछ सीखा और उनके सुझावों से अपनी बुकलिस्ट बनाई।
उसने अपनी तैयारी में बहुत मदद की, क्योंकि उन्होंने लगातार रिवीजन, नोट्स बनाना और कई टेस्ट श्रृंखलाओं को हल करना जारी रखा। उनका मानना है कि रैंक को सुधारने में इंटरव्यू एक महत्वपूर्ण कदम है।